कायाकल्प कार्यक्रम” के तहत आंतरिक आकलन को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण, एमओ, एचएम, बीएचएम, सीएचओ और स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जा रहा है दो दिवसीय प्रशिक्षण
मोतिहारी।
मोतिहारी शहर के आईएमए हॉल में जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के सुदृढीकरण करने को लेकर जिले के सभी 27 प्रखंडों के एमओ, एचएम, बीएचएम, सीएचओ और स्वास्थ्य कर्मियों को “कायाकल्प कार्यक्रम” अन्तर्गत आंतरिक आकलन को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी भारत भूषण एवं पार्टनर्स एजेंसी पीएसआई के जिला प्रतिनिधि अमित कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के राजेश गिरी द्वारा दिया जा रहा है। डीपीसी ने बताया कि कायाकल्प निरीक्षण की तैयारियों को लेकर जिला स्तर पर प्रशिक्षण कराया जा रहा है ताकि कायाकल्प सर्टिफिकेशन के लिए स्टेट विजिट से पूर्व साफ-सफाई के साथ सभी मानकों व बायो वेस्ट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। उन्होंने बताया कि जिले का अधिक से अधिक स्वास्थ्य केंद्र कायाकल्प सर्टिफिकेट से पुरस्कृत हो सके, इसके लिए यह प्रशिक्षण बेहद आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि कायाकल्प विजिट से पहले किस तरह की तैयारी करनी है, इस बारे में बिल्डिंग में मिलनी वाली सुविधा, साफ सफाई, वेस्ट मैनेजमेन्ट, हाथ धोना, मास्क लगाना, कूड़ा कचड़ा का निस्तारण आदि महत्वपूर्ण बातों को बताया गया। ताकि स्वास्थ्य केंद्र में इलाज को आए लोगों में संक्रमण नहीं फैले, साथ ही कायाकल्प के जो भी 8 मानक हैं, उस पर स्वास्थ्य संस्थान को खरा उतारें।
– कायाकल्प योजना से सुदृढ़ होगी स्वास्थ्य सुविधा
पीएसआई संस्था के प्रशिक्षक अमित कुमार ने बताया कि मरीजों को उचित प्रबंधन के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए सरकार द्वारा लाई गई कायाकल्प योजना से सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ होगी और स्वास्थ्य संस्थानों में सकारात्मक बदलाव होगा, इससे मरीजों को ना सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी बल्कि, समुचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य सेवा दी जाएगी।
इस योजना के तहत साफ-सफाई समेत अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली अन्य मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा। ताकि मरीजों को बेहतर प्रबंधन के बीच मरीजों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके और मरीजों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा मरीजों को मिलने वाली सभी सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाएगा।
