मोतिहारी।
केरल मे मजदूरी करने गए एक मजदूर की ब्रेन हेमरेज होने से मौत हो गई। जहां तीन दिन के इलाज के बाद उसकी मौत हो जाति है। उसके बाद उसके परिजन शव के इंतजार में टकटकी लगाए हुए है। घटना मोतिहारी के हरसिद्धि थाना क्षेत्र के सरेया खुर्द गांव की है।
मृतक मजदूर 53 वर्षीय ढोढ़ा राम की पत्नी रामकली देवी ने बताया की बेटी की शादी और मेरे बीमारी से कर्ज में दब गया थे। जिसे सधाने के लिए वह मजदूरी करने दूसरे प्रदेश केरल गया था। जहां पिछले एक सप्ताह से काम नहीं मिल रहा था, जिससे वह काफी चिंतित थे, इसी बीच 17 जुलाई की सुबह में छह बजे मुझे फोन किए थे। इस दौरान उन्हों ने कहा कि काम नहीं मिल रहा है। कर्जदार का पैसा कैसे सधेगा, बड़ी चिंता हो रही है। सर बहुत दर्द कर रहा है। यह सुन कर हम हम उन्हे बोले की आप दवा ले लीजिए, ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दवा खा लिए है बारिश हो रही है। जा रहे है काम के तलाश में पता नहीं आज भी काम मिलता है कि भी यही कह कर फोन रख दिए, उसके बाद हम बकरी चराने खेत की ओर चले गए, एक बजे दिन में फोन आया कि उनका ब्रेन हेमरेज कर गया है। इलाज के दौरान उनकी शनिवार को मौत हो गई, परिजनो का है कि एक बार उनका अंतिम दर्शन कर ले, लेकिन वहा से लाने में काफी पैसा लग रहा है। परिजन परेशान है।
हरसिद्धि के पूर्व विधायक राजेंद्र राम को जैसे ही इस बात की सूचना मिली, उन्हों ने परिजन से मुलाकात कर पूरी वस्तु स्थिति जानी फिर ढोढा राम के शव को लाने के प्रक्रिया में जुट गए। इस दौरान अधिकारी से बात कर श्रम विभाग के अधिकारी बुला जांच कराया और उन्हीं के माध्यम से केरल से शव को हरसिद्धि मांगने में जुट गए है।
पूर्व विधायक राजेंद्र राम ने कहा कि हमारे बिहार की विडंबना है, बिहार में रोजगार है हीं नहीं, जिसके वजह से दूसरे प्रदेश में मजदूरी करने जाना पड़ता है और आए दिन इस तरह की घटना हो रही है और सरकार चुप बैठे तलाशा देख रही है। ढोढा राम की भी वही स्थिति हुई बेटी की शादी और पत्नी के बीमारी के कर्ज में डूबा था, उसके एक सप्ताह से काम नहीं मिल रहा था, जिसके कारण वह चिंतित रहने लगा, नतीजा ब्रेन हेमरेज हो गया और उसकी मौत हो गई, केवल उसे चार बेटी है, दो की तो शादी कर चुका है दो अभी भी कुआरी है। जो शादी करने योग है। हम सरकार से मांग करते है कि पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दिया जाए ताकि उनके आश्रित को मदद मिल सके
पूर्व विधायक राजेंद्र राम द्वारा सूचना देने के बाद श्रम विभाग के कर्मी पीड़ित परिवार से मुलाकात किया और पूरी जानकारी जुटाई, इस दौरान कहा की रिपोर्ट विभाग को सौंपा जाएगा, जिसके बाद उन्हें जो भी सरकारी राहत होगी दिया जाएगा।
ढोढा के अंतिम दर्शन के जिद पर अरी उसकी पत्नी के आगे गांव के लोग झुक गए और खुद सभी ने चंदा जमा कर शव को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दिया था, लेकिन पूर्व विधायक के पहल पर सरकारी खर्च पर शव को लाने की बात सामने आई। श्रम विभाग के प्रवर्तन पदाधिकारी सरफराज खान ने बताया कि कागजी प्रक्रिया किया जा रहा है। जितना जल्द हो सकेगा पीड़ित परिवार को लाभ दिया जाएगा।
