जहानाबाद।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर आज एक दिवसीय दौरे पर जहानाबाद पहुंचे। जहानाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में बिहार की राजनीति में जो मुद्दे सबसे ज्यादा चर्चा में रहे हैं, वो हैं जातिगत जनगणना, भूमि सर्वे और दलित महादलित समाज का विकास। इन तीनों मुद्दों पर सरकार ने किस तरह से लोगों के साथ धोखा और छल किया है, ये बताने के लिए जन सुराज 20 मई से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ शुरू करेगा। यात्रा जेपी की जन्मस्थली सिताबदियारा से शुरू होगी। उन्होंने कहा कि ये यात्रा जेपी की जन्मभूमि से इसलिए शुरू की जा रही है क्योंकि जब बिहार की जनता जेपी के संपूर्ण क्रांति के नारे को याद करती है तो उन्हें व्यवस्था परिवर्तन का उनका अधूरा सपना भी याद आता है। पिछले 35 सालों से बिहार में जेपी के तथाकथित अनुयायियों की सरकार है पर उन्हें बिहार को बर्बाद कर दिया है। इसलिए व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प को पुनर्जीवित करने के लिए उनकी जन्मस्थली से ये यात्रा शुरू की जा रही है।
प्रशांत किशोर ने विपक्ष के नेता और बिहार के पूर्व उप- मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर बड़ा राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि आज भी राघोपुर में लोग साल के 6 महीने नाव से आवागमन कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष का निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद विकास में राघोपुर के पिछड़ेपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज भी अगर किसी महिला को प्रसव के लिए अस्पताल जाना होता है तो उसे पीपा पुल का ही सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि यदि देश के सभी मुख्यमंत्रियों और उप- मुख्यमंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्रों के विकास की तुलना की जाए तो राघोपुर इसमें सबसे निचले पायदान पर होगा।
प्रशांत किशोर ने महागठबंधन में CM फेस को लेकर चल रही असमंजस की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि महागठबंधन का सीएम फेस तेजस्वी यादव ही होंगे। कांग्रेस चुनाव से पहले जो भी मीटिंग या कोई राजनीतिक गतिविधि कर रही है, वह सिर्फ और सिर्फ चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने के लिए है। बिहार में कांग्रेस राजद का झोला धोने वाली पार्टी है। बिहार में कांग्रेस का अपना कोई वजूद नहीं है। उन्होंने दावा किया कि जब तक राजद गठबंधन में है, तब तक मुख्यमंत्री का चेहरा लालू जी के परिवार का ही कोई सदस्य होगा और कांग्रेस को उसे स्वीकार करना ही होगा।
