मोतिहारी।
“परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा’ 17 मार्च से 29 मार्च तक के शुरुआत के अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल के जिला स्वास्थ्य समिति से डीसीएम नंदन झा, प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अमृतांशु, अमित कुमार जिला प्रतिनधि पी.एस.आई. इंडिया ने हरी झंडी दिखाकर सारथी रथ रवाना किया।इस अवसर पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नंदन झा ने कहा की बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के उद्देश्य से पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत सभी 27 प्रखंडो के स्वास्थ्य संस्थानों में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाना है,उन्होंने बताया की इस दौरान आशा, व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा योग्य दम्पतियों से सम्पर्क किया जाएगा साथ ही विशेष अभियान चलाकर जिले में परिवार नियोजन के लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
जिला प्रतिनिधि पी.एस.आई. इंडिया ने कहा की जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना, परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत उपलब्ध सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाना तथा योग्य दम्पतियों को इच्छित सेवा प्रदान करना ही स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है।उन्होंने बताया की जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के बेहतर प्रबंधन एवं अन्य विभागों से समन्वय हेतु जिला स्तर पर समन्वय बैठक का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा की समुदाय स्तर पर आमजन को उत्प्रेरित करने व प्रचार – प्रसार करने में आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, विकास मित्र आदि जागरूकता में अपनी भूमिका निभाएंगे।
– दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतर होना जरूरी:
डीसीएम नंदन झा ने कहा की 17 से 29 मार्च तक मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बैनर, पोस्टर, माइकिंग द्वारा लोगों को सही उम्र में शादी, पहले बच्चे में देरी, बच्चों के बीच सही अंतर तथा छोटा परिवार के लाभ के बारे में जागरूक किया जा रहा है ।वहीं गर्भनिरोधक उपायो को अपनाने हेतु भी परामर्श दिया जा रहा है ।सभी 27 प्रखंडो के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन सेवाओं के तहत् प्रदान की जाने वाली सेवा यथा- कॉपर-टी, गर्भनिरोधक सूई/ एमपीए बंध्याकरण एवं नसबंदी की सेवा प्रदान करने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।इसके सफल संचालन हेतु सांसद, विधायक, पंचायती राज संस्था के सदस्य, शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य कर्मी एवं सिविल सोसायटी के सदस्य के साथ ही प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल मीडिया चैनलों का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया की महिला बंध्याकरण का लक्ष्य 2150, पुरुष नसबन्दी 160, आयुसीडी 4 हजार 3 सौ 55, अंतरा सुई 6हजार 6 सौ 85, माला 94 हजार 700, कंडोम 02 लाख 37 हजार 450. इसीपी 47 हजार 300, छाया टेबलेट 94 हजार 700 है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी भारत भूषण ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबन्दी निःशुल्क कराई जाती है। उन्होंने कहा कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया सरल है। पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार का भ्रम फैला हुआ है। इस भ्रम को तोड़ना होगा। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है।
