मोतिहारी।
महिला एवं बाल विकास निगम समाज कल्याण विभाग,यूनिसेफ के सहयोग से बाल रक्षा भारत सेव द चिल्ड्रेन द्वारा संचालित उड़ान परियोजना के अंतर्गत मोतिहारी समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन सभा भवन में बाल संरक्षण उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक में जनप्रतिनिधि, लेडी सुपरवाइजर,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हुए। इस कार्यशाला में मुख्य सहजकर्ता बाल रक्षा भारत सेव द चिल्ड्रेन पटना के पीयूष कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 05 के अनुसार पूर्वी चंपारण में बाल विवाह का दर 49.2 पर्सेंट है। जो चिंतनीय है।उन्होंने कहा कि बाल विवाह के प्रति समुदाय सजग होता तो इतना बड़ा आंकड़ा नही दिखता। श्री पीयूष ने कहा कि बाल विवाह, बाल श्रम और बाल व्यापार के रोकथाम हेतु जिला स्तरीय ठोस समन्वय की जरूरत है, ताकि बाल संरक्षण पद्धति को मजबूत एवं सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के उन्मूलन के लिए उचित प्रचार प्रसार किया जाए ।
इस जागरूकता को व्यापक ढंग से सुदूर गांव के अंतिम व्यक्ति तक ले जाया जाए। बाल विवाह के जागरूकता में समुदाय और अभिभावक की भागीदारी होती है तभी बाल विवाह को रोका जा सकता है।
इस अवसर पर श्री पीयूष ने पोक्सो एक्ट, मानसिक स्वास्थ्य एवं मनो सामाजिक सहायता, बाल एवं किशोर श्रम कानून के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर उड़ान परियोजना के जिला समन्वयक हामिद रज़ा, प्रखंड समन्वयक जितेंद्र कुमार सिंह, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी श्वेता, रघुवंश कुमार, शिक्षा विभाग से दिलीप कुमार , मुखिया मोहन सहनी, उपेंद्र पासवान ,लेडिज सुपरवाइजर प्रतिमा कुमारी, बिंदु कुमारी, रंजना कुमारी,नूतन कुमारी, सरिता कुमारी, बबीता देवी, अनीता तिवारी, संगीता कुमारी, अर्शी सुल्तान, ललिता कुमारी, सहित अन्य लोग उपस्थित हुए।