मोतिहारी।
सुगौली में हरितालिका व्रत को लेकर काफी चहल पहल रहा। पति की लंबी उम्र और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए सुहागिन महिलाओं द्वारा हरितालिका तीज व्रत धूमधाम से मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने निर्जला रह कर भगवान शिव और पार्वती के पूजन कर हरतालिका तीज व्रत परंपरागत तरिके से की। व्रती महिलाओं द्वारा स्नान कर सोलह श्रृंगार के बाद शिव, पार्वती व गणेश जी का विधिवत पूजा अर्चना किया। पूजन में रोली, चावल, पुष्प, नारियल, प्रसाद व पकवान के साथ सोलह तरह के पत्ते में बेलपत्र, तुलसी, जातीपत्र, संबंतिका, बास, देवदार ,चंपा ,धतूरा, अशोक, पानी, केला, शमी आदि के पते को अर्पित कर भगवान् को भोग लगा कर भक्ति भाव से पूजन किया। साथ हीं जीवन भी शिव-गौरी की तरह आपसी प्रेम से सदैव बने रहनी की कामना किया।
व्रतीयों के द्वारा पुजा अर्चना के एक दिन पूर्व स्थान ध्यान कर घर की पुरी सफाई किया जाता है ।साथ ही शुद्ध अरवा चावल, बीना प्याज लहसुन की सब्जी आदि भोजन किया जाता है। व्रत के दिन से दुसरे दिन सूर्योदय के बाद पुजा अर्चना करने तक निराहार व निर्जला उपवास कर अपने पति की लम्बी आयु और सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है । साथ ही उक्त पुजा में सभी व्रतीयों निश्चित तौर पर हरतालिका तीज कथा सुनती है। उक्त कथा सुनने के बाद ही पूजा अर्चना पूर्ण रूप से संपन्न होता है।
