पूर्वी चंपारण के ढाका थाना क्षेत्र के लहन ढाका में शौचालय के टंकी का सेटरिंग खोलने के दौरान चार लोगों की मौत हो गई। यह सभी एक निर्माणाधीन मकान की सेटरिंग खोलने के दौरान अचानक गिरे मलबे में दब गए। जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल जाया गया। जहां उनलोगों को मृत घोषित कर दिया गया। हालांकि ग्रामीणों उन्हें तत्काल डॉक्टरी सहायता नहीं मिलने से मौत की बात बताते हुए जमकर बवखल काटा। अस्पताल पहुंचे मजदूरों को वहां मृत घोषित करने की औपचारिकता की बात बताई गई है। इस घटना और उसके बाद अस्पताल में इलाज नहीं मिलने के कारण लोग हंगामा कर रहे हैं। उग्र भीड़ ने अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक के घर पर तोड़फोड़ की। गुस्साई भीड़ ने प्रभारी उपाधीक्षक के निजी नर्सिंग होम पहुंचकर भी तोड़फोड़ की।
घटना से आक्रोशित लोगों ने ढाका-मोतिहारी रोड जाम कर दिया और जमकर बवाल करने लगे। उनका कहना हे कि ढाका अनुमंडलीय अस्पताल में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं है। हमलोग घायल मजदूरों को लेकर यहां पहुंचे लेकिन डॉक्टर नहीं होने के कारण उनका ससमय इलाज नहीं हो पाया। इस कारण मजदूरों की मौत हो गई। लोगों ने कहा कि बिहार सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और फौरन इसका समाधान करे। साथ ही मरने वालों के परिजनों को उचित सहायता प्रदान करें।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ढाका बीडीओ, एसडीओ, एसडीपीओ और थानाध्यक्ष मौके पर पहुंच गए। सभी अधिकारी लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया लेकिन लोगों ने उनकी एक न सुनी। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वरीय अधिकारी के आदेश पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
