मोतिहारी/पावापुरी।
भगवान महावीर की निर्वाणस्थली भूमि नालंदा जिले के पावापुरी में बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग व जिला प्रशासन, नालंदा द्वारा आयोजित महावीर के 2550 वें निर्वाण महोत्सव के अवसर पर शुरू हुए दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव 2024 में अंतर्राष्ट्रीय सैंड आर्टिस्ट सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र अपनी कला का बेमिसाल नमूना पेश किया है। सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र ने दो दिनों में अपनी 24 घंटों के कठीन परिश्रम के बाद महोत्सव पंडाल में बने मुख्य सांस्कृतिक मंच के सामने रखें बालू पर लगभग 10 फुट ऊंचा भगवान महावीर का विशाल आकृति उकेर अपनी बेहतरीन कला से अहिंसा परमो धर्म का संदेश दिया हैं। यह मुख्य यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बता दे कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र द्वारा बालू पर उकेरी गयी कलाकृति विश्व के धरोहर में प्रसिद्ध नालंदा के पावापुरी में स्थित भगवान महावीर पर आधारित हैं। मधुरेंद्र ने यह कलाकृति देश-विदेश तथा कई प्रदेशों से आये हुए जैन सैलानियों व आम नागरिकों के स्वागत के लिए बनाई है। मधुरेंद्र की यह भव्य कलाकृति बनाकर खूब वाहवाही लूट रही है। जो भी लोग देख रहा हैं। वह अपने सेलफोन में अपनी तस्वीर कैद कर रहें हैं।
सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र हमेशा देश विदेशों में हुए प्रकृति घटनाएं तथा जवलंत विषयों पर तुरंत अपनी विशेष कलाकृति प्रस्तुत कर समाज को नया संदेश देते हैं। इनके झोली में वैश्विक शान्ति सम्मान, राष्ट्रपति सम्मान, बिहार रत्न, चम्पारण गौरव, यूथ आईकॉन, आम्रपाली सम्मान, वैशाली गणराज्य, मगधरत्न, शाहिद सम्मान सहित सैकड़ों एवार्ड हासिल कर चुके हैं।
गौरतलब हो कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र सार्क देश नेपाल के विश्व प्रसिद्ध गढ़ी माई मेला, अंतराष्ट्रीय रेत कला उत्सव ओड़िसा, विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेला, बिहार के राजगीर महोत्सव, बौध महोत्सव गया, थावे महोत्सव, मंदार महोत्सव बांका, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, सहित देश विदेशों में सैकड़ों सरकारी आयोजनों में अपनी कला का प्रदर्शन कर कर बिहार का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया हैं।
मौके पर बिहार सरकार के प्रभारी मंत्री सह वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी व ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, बिहार सरकार के सचिव कुमार रवि, नालंदा डीएम शशांक शुभंकर, एनडीसी के के उपाधाय, अरुण जैन, पराग जैन, जगदीश जैन, समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों ने भी मधुरेंद्र की कलाकृति की प्रशंशा करते बधाई दी।