मोतिहारी।
पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सभा भवन में उप विकास आयुक्त के द्वारा आज पुनः ग्रामीण विकास की योजनाओं की समीक्षा कर पदाधिकारियों को सभी जरूरी कार्यों को सत प्रतिशत पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिला में 1214 गांव को ओडीएफ प्लस के अंतर्गत मॉडल गांव के रूप में स्थापित करना था जिसमें से मात्र 422 गांव ही अभी मॉडल रूप ले सके हैं इसमें सबसे कम प्रगति तुरकौलिया में 18%, पताही में 31 प्रतिशत, पकड़ीदयाल एवं आदापुर में 32 प्रतिशत, रामगढ़वा में 39 प्रतिशत ही प्रगति हो पाई है जबकि पिपरा कोठी जैसे प्रखंड सत प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर लिए हैं। उप विकास आयुक्त के द्वारा इस योजना को दिसंबर माह तक हर हाल में सत प्रतिशत पूर्ण करने का निर्देश सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने शौचालय का निर्माण करवा लिया है उनके प्रोत्साहन राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए। जीविका द्वारा सर्वेक्षित सूची के अनुसार जिस जीविका दीदी के यहां अभी शौचालय नहीं बना है, उनके साथ एक बैठक कर उन्हें शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहित करते हुए इस कार्य को शीघ्र पूर्ण कराई जाए।
ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए चयनित सभी पंचायत में कर्मी चयन करने का निर्देश दिया गया। इस कार्य में आदापुर, रामगढ़वा, महसी और सुगौली में सबसे ज्यादा मामले लंबित पाए गए।
डीडीसी ने कहा कि जिन पंचायत में wpu निर्माण का कार्य अभी बचा हुआ है वहां 15 दिनों के अंदर इसे पूर्ण कराकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराई जाए। बैठक में निदेशक डीआरडीए, स्वच्छता मिशन के जिला कोऑर्डिनेटर एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे।
Information & Public Relations Department, Government of Bihar