मोतिहारी।
हाथीपाँव के मरीजों को रोग प्रबंधन के तरीकों से अवगत कराते हुए जिले के कई प्रखंडो में एमएमडीपी किट उपलब्ध कराई जा रही है।इसी कड़ी में जिले के संग्रामपुर प्रखंड के जलाहा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ जीतेन्द्र कुमार के द्वारा आशा, आशा फैसिलिटेटर, आँगनबाड़ी सेविका, वार्ड सदस्य, व मुखिया के सहयोग से हितधारक मंच का गठन करने के साथ ही लोगों को हाथी पाँव से बचाव की जानकारी दी गईं। वहीं मौके पर उपस्थित फाइलेरिया रोगियों में पुरन महतो, राम गुलाम शर्मा, भागमती देवी, संगीता देवी, कैलाशी देवी को एमएमडीपी किट देते हुए उन्हें इस्तेमाल करने का तरीका सिखाया गया। किट मिलने व इस्तेमाल के तरीके को जानकर हाथी पाँव के रोगियों में खुशियाँ देखी गईं। रोगी राम गुलाम शर्मा ने कहा की हमलोग को पहले से इसकी जानकारी रहतीं तो ठंढ के मौसम में फाइलेरिया के कारण होने वाला कष्ट कम होता।प्रबंधन के तरीके नहीं जानने के कारण कई तरह की समस्या हो रही थी। ठंड के समय में वे चलने में कष्ट महसूस करते थे, लेकिन उपचार के बाद अब कुछ सुधार हुआ है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शीतल नुरूला ने कहा की एचडब्लूसी के 06 फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट उपलब्ध कराया गया।सीएचओ जीतेन्द्र कुमार ने बताया की किट में टब, साबुन, मलहम, नारियल तेल, तौलिया, आरामदायक चप्पल एवं अन्य सामग्री दी गईं है।
डीबीभीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि लोगों के अंदर मौजूद फाइलेरिया के परजीवी की खोज को लेकर नाईट ब्लड सर्वें कराया जा चुका है। अब क्षेत्र में एमडीए कार्यक्रम के तहत स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका, सहायिका एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से बच्चों, शिक्षकों, आम लोगों को उम्र के अनुसार डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। लगातार 5 वर्ष तक दवा सेवन करने से लोग फाइलेरिया रोग से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस दवा का सेवन करना बहुत जरूरी है, सर्वजन दवा का सेवन कर ही (हाथी पांव ) फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है।