- एईएस से प्रभावित बच्चों के इलाज में देरी बर्दाश्त नहीं – डीएम
– कन्ट्रोल रूम पूरी तरह से होनी चाहिए क्रियाशील
– अस्पतालों में बेड, दवाएँ ,एम्बुलेंस, चिकित्सक 24 घंटे रहें उपलब्ध - -चौपाल लगाकर लोगों को करें जागरूक
मोतिहारी।
जिले में लगातार बढ़ती गर्मी के मद्देनजर चमकी बुखार के प्रकोप पर रोकथाम के लिए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में जिले के प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी,अंचलाधिकारी, प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, जीविका सहित अन्य अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मियों की महत्वपूर्ण बैठक समहरणालय स्थित राजेंद्र प्रसाद भवन परिसर में हुई । बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने जिला से प्रखण्ड मुख्यालय तक के सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों को पूरी जवाबदेही एवं तत्परता के साथ एईएस पर कार्य करने का निर्देश दिया।उन्होंने सभी सम्बन्धित पदाधिकारीयों को कहा की जिले में गर्मी बढ़ने पर एईएस/ चमकी के मामले देखें जाते है यह बच्चों की
एक गंभीर जानलेवा बीमारी है जिसमें तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है, इलाज में देरी या व्यवस्था में कमी बर्दास्त नहीं की जाएगी।डीएम जोरवाल ने आदेश दिया की जिले के साथ पीएचसी का भी कन्ट्रोल रूम पूरी तरह से सक्रिय होनी चाहिए,
अस्पतालों में बेड, दवाएँ ,एम्बुलेंस के साथ साथ चिकित्सक 24 घंटे उपलब्ध रहें। वहीं सम्बन्धित क्षेत्र के अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों को उन्होंने चौपाल लगाकर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया।उन्होंने आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को पारासिटामोल एवं ओआरएस का कीट उपलब्ध कराने तथा वितरण से संबंधित प्रखण्डवार रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर गठित कन्ट्रोल रूम से नियमित अनुश्रवण कर सूचना प्राप्त करने तथा उससे अवगत कराने का निर्देश दिया।
एईएस/ जेई को लेकर जिला नियंत्रण कक्ष का सम्पर्क नंबर हुआ जारी:
मौके पर जिला भीबीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि सभी प्रखण्डों में एईएस वार्ड व बेड को तैयार कर रखा गया है।वहीं जिले के साथ साथ प्रखंड स्तर पर भी कंट्रोल नंबर जारी किया गया है।उन्होंने बताया की एई एस/ जेई को लेकर जिला नियंत्रण कक्ष का सम्पर्क नंबर 8544421334 जारी किया गया है।
सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दो बेड के एईएस वार्ड तथा अनुमंडल स्तर पर 10 बेड के एईएस वार्ड को 24 घंटे तैयार रखने को कहा गया है। वार्ड में एसओपी के अनुसार आवश्यक उपकरण, वातानुकुलित रखने की व्यवस्था, एसेंशियल ड्रग के साथ 24 घंटे चिकित्सक, नर्स तथा पारामेडिकल स्टॉफ की उपब्धता सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।