एनडीए प्रत्याशी डॉ.संजय जायसवाल ने जीत का चौका लगाया, लगातार चौथी बार चुनाव जीत कर अपने पिता मदन जायसवाल का रिकॉर्ड तोड़ा
पं.चंपारण लोकसभा क्षेत्र के एनडीए प्रत्याशी डॉ.संजय जायसवाल ने जीत का चौका लगाया। लगातार चौथी बार चुनाव जीत डॉ. संजय जायसलाल ने अपने पिता मदन जायसवाल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उनके पिता मदन जायसवाल 1996 से 1999 तक तीन बार बीजेपी के सांसद चुने गए थे। हालांकि इस बार डॉ. संजय को चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी से हर मोड़ पर टक्कर का सामना करना पड़ा। लेकिन जीत का अंतर ज्यादा रहा। कुछ खास वर्गों का रुझान कांग्रेस प्रत्याशी की ओर होने के बाद भी डॉ. संजय जायसलाल ने ने 136568 मतों से जीत हासिल की। डॉ. संजय जायसवाल को 580421 मत मिले। डॉ. मदन जायसवाल पहली बार 1996 में बीजेपी के टिकट पर पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। 1998 के लोस चुनाव में उन्हें फिर से टिकट मिला और उन्होंने शानदार जीत दर्ज कराई। फिर 1999 में बीजेपी से ही जीत हासिल करने के बाद सांसद चुने गए। 2004 में इस लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी रघुनाथ झा ने चुनाव जीता।
पेशे से चिकित्सक रहे डॉ. संजय जायसवाल ने पहली बार 2009 में बीजेपी के टिकट पर पश्चिम चंपारण लोस सीट से चुनाव जीता और सिनेमा जगत के निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा को मात दी। इसके बाद वे अपने पिता की राजनीतिक विरासत पर काबिज हो गए। पार्टी ने भी उन्हें तरजीह दी और डॉ. संजय 2014 में दूसरी बार भी बीजेपी के सांसद चुने गए। तीसरी बार 2019 में डॉ. संजय ने 295742 मतों से रालोसपा के उम्मीदवार ब्रजेश कुशवाहा को हराकर शानदार जीत दर्ज कराई और तब उन्हें 603706 मत हासिल हुए थे। इस तरह श्री जायसलाल का राजनिति में पैठ बनता गया। बाद में उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया। जिससे उनका कद और बढ़ता गया। जिससे भाजपा ने उनपर भरोसा जताते हुए फिर से प्रत्याशी बनाया। जिसने शानदार जीत दर्ज किया।