मोतिहारी। गुडू तिवारी
संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मधुबनी पंचायत के खरवा टोला गांव में बिते दिन भीषण अग्निकांड में करीब 175 घर जलकर पूरी तरह राख हो गए। आग लगने के साथ हीं लोगों की उम्मीद खाक हो गई। इस अग्निकांड में करीब पौने दो सौ घर के परिवार बेघर हो गए और तीन से चार करोड़ की संपत्ति का नुकसान हो गया। आगलगी के बाद कोहराम मचा रहा। आगलगी के दौरान जहां अफरातफरी रहा वहीं अब खाने के लाले पड़े है। जब आग पूरी तरह बुझ गई तो जिसको जहां जगह मिला थककर सो गए। जिन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी है। इनमें से सैकड़ो लोग भूखे सोए तो कुछ मुखिया रवि सिंह के द्वारा दिया गया चुरा मीठा से अपने हलक को तर कर पाए। सीओ अतुल कुमार सिंह और थानाध्यक्ष सुधीर कुमार अग्नि पीड़ितों के साथ रात भर कंधे से कंधा मिलाकर आग को काबू करने में जुटे रहे। पुलिस और अंचल की पूरी टीम इस अग्निकांड में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई जिसकी पूरे गांव वालों ने सराहना किया। आगलगी के बाद सुबह से हीं चीख पुकार और जले हुए सामानों में लोग कुछ बचे हुए सामान की आस लेकर ढूंढते नजर आए। तेज धूप के साथ हीं ग्रामीण अपने बाल बच्चों के रहने लायक अपने स्तर से सहयोग में मिले हुए पॉलिथीन और तिरपाल टांगने लगे। उसी के नीचे अपने परिवार के साथ शरण लिए।सरकारी स्तर पर कम्युनिटी किचन शुरू होने के बाद बच्चे और अन्य अग्नि पीड़ित भोजन करने लगे।
आगलगी में घर और सामान के साथ लोन की डेढ़ लाख की राशि भी जल गई। एक घर में अपने बच्चों के साथ शरण लिए ज्योत नारायण महतो की पत्नी बबीता देवी ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि दिन के ढाई बजे लगभग मोतिहारी बंधन बैंक से पर्सनल लोन की डेढ़ लाख रुपए की राशि लोन लेकर आई थी और उसको पेटी में रखकर अपने तीन दयादिनों के साथ बैठकर सुस्ता रही थी। तभी चारों तरफ आग लगने का शोर मचा, कुछ समझ पाती इसी बीच तेज आवाज के साथ उनके छप्पर पर गैस का सिलेंडर जलते हुए गिरा और क्षण मात्र में पूरे घर में आग फैलने लगी। वे और उनकी तीन दयादिनें जमीन पर रेंगते हुए एक टाट को गिराकर किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब हुई। लेकिन इस दरम्यान घर में बांधी गई तीन बकरियां के साथ लोन की राशि और पूरा घर स्वाहा हो गया।
अग्निकांड की सूचना पर एक-एक कर देर से पहुंचे फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों ने लगभग 8 से 10 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। इस बीच आग को बढ़ाने में सबसे ज्यादा सहायक रहे घरों में रखे गए गैस का सिलेंडर। ग्रामीणों के अनुसार लगभग दो दर्जन सिलेंडर आग के कारण फटे और तेजी से आग फैलाए जिन पर काबू पाने के लिए एक-एक दमकल में 5 से 7 बार पानी भरा गया। इस तरह पांच दमकल में लगभग 5 लाख लीटर पानी भरा गया जो आग बुझाने में खर्च हुआ। सीओ ने जानकारी दिया कि बोरिंग और गांव के बगल में स्थित चंवर के पानी को भरकर दमकल लाते गए और आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे।
आगलगी में जलता रहा लोगों का आशियाना,देखती रही बेबस आंखें। जिनके आंखों के सामने सामने उनका आशियाना धूधू कर जलता रहा। आग में सब कुछ गंवा बैठे अग्नि पीड़ित अपने किस्मत को कोस रहे है। जिन्हें अपने परिवार के परवरिश की चिंता सता रही है।