मोतिहारी।
पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन सभागार में जिलाधिकारी के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी, डीसीएलआर, प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी, बाढ़ एवं जल निस्सरण प्रमंडल के अभियंताओं के साथ बैठक कर बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा की गई।
समीक्षा के दौरान अपर समाहर्ता, जिला आपदा प्रबंधन शाखा के द्वारा बताया गया कि जिला के कुल 27 प्रखंडों में 20 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित होते हैं जिसमें आठ प्रखंड पूर्ण रूप से प्रभावित होते हैं एवं शेष 12 प्रखंड आंशिक रूप से प्रभावित होते हैं। उन्होंने बताया कि 15 जून तक जिला में बारिश सामान्य से 60% कम हुई है। सभी प्रखंडों में वर्षा मापी यंत्र लगाए गए हैं और सभी कार्यशील हैं।
बाढ़ पूर्व तैयारी के संबंध में उन्होंने बताया कि जिला में कुल 327 स्थानों को शरण स्थल के रूप में चिह्नित की गई है। कुल 296 स्थल सामुदायिक रसोई के लिए चिन्हित हैं। बाढ़ आश्रय स्थल के रूप में 10 स्थान को चिन्हित किया गया है। जिला में कुल 37785 पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए कुल 184 मेडिकल टीम का गठन किया गया है जो चलंत मोड में भी कार्यरत रहेगा। उन्होंने बताया कि सभी जरूरी दवाइयों की व्यवस्था कर ली गई है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशुओं की देखभाल के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 80 ऊंचे चरण स्थल का चयन किया गया है एवं पशु चारा को ससमय उपलब्ध कराने के लिए निविदा के माध्यम से आपूर्ति करता का चयन कर लिया गया है।
जिलाधिकारी के द्वारा कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने का निर्देश देते हुए कहा गया कि चिन्हित किए गए शरणस्थली एवं आश्रय स्थली के पास अस्थाई चापाकल एवं अस्थाई शौचालय की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। सभी अंचल अधिकारियों को नाव,नाविक, गोताखोर, लाइफ जैकेट, महाजाल की व्यवस्था आवश्यकता अनुसार आकलन करते हुए सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के परिवारों का डाटा आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर आधार अपडेशन करते हुए सत्यापित करेंगे। अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन शाखा श्री राजेश्वरी पांडे के द्वारा बताया गया कि आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर 81% आधार का सत्यापन कर लिया गया है और शेष को शीघ्र ही कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर आपदा संचालन केंद्र 06252-242418 पर कार्यरत है।