मोतिहारी।
जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गईं।ताकि जच्चा बच्चा स्वस्थ रहें व जिले मे मातृ शिशु मृत्यु दर मे अनिवार्य रूप से कमी हो। जिले के डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन ने बताया की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम के तहत प्रत्येक महीने के 9 एवं 21 तारीख को जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया है। जिसमे गर्भवती महिलाएं की विशेष रूप से ब्लड सुगर, हीमोग्लोबिन प्रतिशत, बीपी, वजन, बच्चे की धड़कन, एचआईवी, यूरिन आदि की जाँच की है साथ ही महिला चिकित्सक व नर्स द्वारा आवश्यक सुझाव के साथ आयरन, कैल्शियम के साथ अन्य दवाए की निःशुल्क दी गईं हैं। मोतिहारी सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु अस्पताल मे 60 महिलाओ की स्वास्थ्य जाँच की गईं।मोतिहारी सपहिं के सलोनी देवी एवं चैलाहाँ की ज्योति कुमारी ने बताया की मेरा 5.5 माह का बच्चा पेट मे पल रहा है मैंने सरकारी अस्पताल मे शुरू से ही इलाज कराया है, मै और मेरा बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है, किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है। समय समय पर अस्पताल आकर मै खुद के साथ अपने बच्चे का जाँच करवाती हुँ, हम दोनों ही स्वस्थ्य है। उन्होंने बताया की महिला चिकित्सक डॉ अंकिता सलोनी के सलाह पर एचआईवी की जाँच कराने आई हुँ, ज्योति कुमारी ने बताया की एक ही बिल्डिंग के अलग अलग कमरों मे कई तरह की जाँच उपलब्ध होने से इलाज के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ता है, समय के साथ परेशानी से भी बच रही हुँ,, इस नए बिल्डिंग मे बैठने, पानी के साथ साफ सफाई की भी व्यवस्था है यह देखकर काफ़ी अच्छा लगता है।
डीसीएम नंदन झा ने बताया की चकिया,पकड़ीदयाल, मधुबन, ढाका के स्वस्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को जच्चा – बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करने के साथ प्रेगनेंसी के खतरों से बचने के लिए समय पर टीकाकरण कराने का सलाह दी गई।नर्स व स्वस्थ्य कर्मियों के द्वारा जानकारी दी गईं की हरी सब्जियां, ताजे फल, दूध का सेवन के लिए जागरूक किया गया।साथ ही गर्भवस्था के दौरान 04 बार स्वास्थ्य जाँच कराने की जानकारी दी गईं।
अनुमंडलीय अस्पताल ढाका में परिवार नियोजन दिवस मनाया गया इस दौरान उपाधीक्षक सुधीर कुमार गुप्ता के द्वारा एएनएम विद्यालय के छात्राओं एवं अस्पताल में आए लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई संसाधनों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई, वहीं लाभार्थियों में अस्थाई संसाधन का वितरण किया गया साथ ही आज 21 लाभार्थियों का महिला बंध्याकरण के लिए जांच की गई जिसमें 15 लाभार्थियों की महिला बंध्याकरण की प्रक्रिया आरम्भ किया गया है।
पीएसआई डीसी अमित कुमार ने बताया की सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क सुरक्षित प्रसव कराने पर आर्थिक सहायता भी दी जाती है। महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है। मौके पर हेड नर्स मीरा सिन्हा, भारती कुमारी, मनोज झा, व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।




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