मोतिहारी।
सुगौली प्रखंड के लालपरसा धूमनी टोला के समीप ध्वस्त बांध के सहारे नदी पानी फेंक दिया है। जो सरेही इलाके में प्रवेश कर रहा है। ध्वस्त बांध से पानी के बहाव से आसपास के गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं सुबह से यहां करीब दस फीट कटाव भी हो गया है। यह पानी चीलझपटी, बड़हरवा सरेह होकर राष्ट्रीय राजमार्ग अवस्थित पुल होकर पानी पूरब व उतर दिशा में फैल रहा है। जहां दोनों साइड के सरेही इलाके में पानी का फैलाव हो रहा है।
अगर सिकरहना नदी में इसी तरह जलस्तर में वृद्धि रही तो इसका असर सुगौली के उतरी छोड़ के कई पंचायतों पर पड़ेगा। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार अभी कोई अधिकारी देखने तक नहीं आया है। बताते चलें कि यहां पांच साल में पचास फीट से लेकर पन्द्रह सौ फीट से ज्यादा बांध ध्वस्त हो गया था। जिसका अबतक मरम्मत नहीं हो सका है। पानी सरेह में प्रवेश करने लगा है। जिससे स्थानीय किसान चिंतित है। जिनके धान के बिचड़े और कुछ रोपे गए धान की फसल बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विभाग व अधिकारियों के उदासीनता के कारण अब तक बांध का निर्माण नहीं कराया गया। जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अगर इसी तरह पानी का बहाव होता रहा तो कई गांव पर इसका बुरा असर पड़ेगा। वहीं प्रखंड के सुकुलपाकड पंचायत के लालपरसा दक्षिणी टोला गांव के समीप सिकरहना नदी में पूर्व में किए गए पाइलिंग क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे कटाव का खतरा बढ़ गया है। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीण डरे सहमें है। जहां हल्का कटाव भी हो रहा है।
सिकरहना नदी में लगातार हो रही जलस्तर के वृद्धि से लोग रहे सहमे है। जहां बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कुछ जगहों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। जिससे कटाव का खतरा बना है।