मोतिहारी।
सुगौली नगर के अमीर खां टोला गोदाम अवस्थित मस्जिद के पास पाइलिंग किए गए क्षतिग्रस्त बोरे को देख ग्रामीणों दिल दहलने लगा है। जहां डर से साये में सिकरहना नदी के तट के किनारे अवस्थित लोग जी रहे है। पूर्व के बाढ़ व कटाव में हीं मस्जिद का नींव सिकरहना नदी पकड़ लिया था। जिसके बचाव के लिए पाइलिंग के रुप में जाल वाला बोरे रखे गए थे। पिछले साल रखे गए बोरे क्षतिग्रस्त होने लगा है। सभी बोरे फटने लगे है। जिससे मस्जिद व दर्जनों घरों पर खतरा मंडराने लगा है। अगर समय पूर्व वहां समुचित कटावरोधी काम नहीं किया जाता है तो नदी की धार मस्जिद सहित कई घरों क़ अपने आगोश में ले लेगी। कारण कि बारिश शुरू हो गई है और बालू भर रखे बोरे फटने लगे है। डर है तेज बारिश हुई और नदी में पानी फुल हो जाता है, तो एस सभी बोरे ढह जाएंगे। जिससे मस्जिद पर खतरा बढ़ जाएगा। इसके साथ हीं अगल बगल के घरों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यहां मजबूत पाइलिंग जरुरी है। नीचे से जाल में ठीक से बालू भरे बोरे रख कर बांधने पर स्तंभ आ जाएगा। जिससे कटाव का डर कम हो जाएगा। स्थानीय शौकत अली ने बताया कि क्षतिग्रस्त बोरा तेज बारिश आने पर नदी में जा गिरेगा। जिससे कटाव हो सकता हो। ग्रामीणों के अनुसार दो साल पहले के कटाव में मस्जिद का नींव दिखने लगा तो विभाग द्वारा पाइलिंग कराया गया। फिर बिते साल क्षतिग्रस्त होने के बाद बालू भरे बोरे रखे गये। जो आज क्षतिग्रस्त हो चुका है। मो. आरमान ने कहा डर है कहीं मस्जिद कट न जाए। यहां सही काम नही हुआ है। हर साल बोरा रखा जाता है और फाट कर नदी में चला जाता है। वावजूद भी कोई ठोस पहल नहीं किया जाता। वहीं स्थानीय मो. अब्दुल रहीम का कहना है कि बालू वाला बोरा से अच्छा होगा मस्जिद के बगल में पत्थर का पाइलिंग किया जाए।
पूर्व में शौकत अली का करीब आठ साल पहले नदी मे कट गया था। जिसके बाद फिर बहुत दुर हटकर उन्होंने अपना घर बनाया। फिर फिछले कुछ बाढ़ में नदी की धार घर के करीब आ गया है। जिससे उन्हें डर सताने लगी है कि पहले की तरह कहीं कटाव न हो। जिससे बाढ़ के समय घर छोड़ना पड़ता है। बाढ़ आते हीं रोड पर या तो बगल के स्कूल में जाना पड़ता है। वहीं रुसखाना खातून ने बताया कि जब सिकरहना नदी फुल होला त हमनी के डर के मारे ठीक से जीअल मुश्किल हो जाला। ठीक इससे पुरब साइड में जर्जर बांध से सिकहना नदी फुल होने के बाद पानी दक्षिणी की तरफ फेंकने लगती है। जिससे घनी आबादी वाला गांव अमीर खां टोला ज्यादा प्रभावित होती है।
सिकहना नदी के जल स्तर में वृद्धि देख नगर के अमीर खां टोला कर्बला के समीप के लोगों में चिंता बढ़ने लगी है। साथ हीं जर्जर बांध की मरम्मत व सही पाइलिंग नहीं होने के कारण लोगों में आक्रोश भी है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि समय पर बांध की मरम्मती नहीं होने से हर वर्ष आने वाली बाढ़ में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। एनएच पर तम्बू लगाकर समय काटना पड़ता है। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए बताया कि सिकरहना नदी में बढ़ती पानी को देख डर लगने लगा है। स्थानीय नगर पार्षद प्रतिनिधि मो. बबलू ने बताया कि सिकरहना नदी के समीप अमीर खा टोला अवस्थित है। जहां हर बाढ़ में यहां के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। वावजूद भी समुचित बांध का मरम्मत व ढंग से कटावरोधी काम नहीं हो पाता है। अगर बाढ़ पूर्व बांध व मस्जिद के पास कटावरोधी कार्य नहीं हुआ तो इस वर्ष भी बाढ़ से भारी क्षति होगा। लोग घर छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं। वावजूद भी विभाग व प्रशासन कोई ठोस कदम नही उठा रही है। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता सिकरहना तटबंध आलोक कुमार ने बताया कि इस दिशा में कार्रवाई शुरू है। कार्य के लिए सामग्री का भंडारण किया जा रहा है। जहां मानक के अनुसार कार्य शुरु कर दिया जाएगा। जिस दिशा में प्रक्रिया शुरु है।