मोतिहारी।
पिछले कुछ दिनों से सिकरहना नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि में शनिवार को कमी आई थी। लेकिन रविवार को फिर से जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने लगी। जिससे कुछ नये इलाके में नदी का पानी प्रवेश करने लगा है। जबकि कुछ मार्ग से पानी बहने लगी है। जिससे सिकरहना नदी अवस्थित लोग अवस्यंभावी बाढ़ के डर से डरे सहमें है। सुगौली के लालपरसा धूमनी टोला के समीप पूर्व में ध्वस्त बांध के सहारे फिर से पानी तेजी से सरेही इलाके में प्रवेश कर रहा है। जिससे उत्तरी क्षेत्र के सुकुलपाकड़, माली, करमवारघुनाथपुर के
विभिन्न हिस्सों के निचले स्थल के सरेह में तेजी से पानी का फैलाव जारी है। जिससे स्थानीय किसान अवस्यंभावी बाढ़ के डर से सहमें है। वहीं नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक के सरेही इलाके में सिकरहना नदी का पानी प्रवेश करने लगा है। जिससे नायका टोला पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
सिकरहना नदी का पानी नीचले सतह में प्रवेश करने के कारण लालपरसा चीलझपटी मार्ग में तीन जगह सड़क पर तेज पानी का बहाव हो रहा। जिससे आवागमन प्रभावित हो गया है। इस मार्ग के लालपरसा के समीप पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़क से करीब दस फीट दूरी में कमर भर पानी का तेज बहाव हो रहा है। स्थानीय जग सहनी, धर्मेंद्र सहनी ने बताया कि धूमनी टोला के ध्वस्त बांध के सहारे तेजी से इस सरेह में पानी प्रवेश करते हुए इस मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।
प्रशासन के अनुसार गंडक बराज से भारी पानी छोड़ने के कारण बूढ़ी गंडक नदी मे पानी का भारी दबाव बना हुआ है। सुगौली मे पहले से ही धवस्त हो चूके बांध के कारण लोगों को बचाने की भारी जिम्मेदारी प्रशासन के ऊपर आ चुका है। सुगौली सीओ कुंदन कुमार द्वारा लोगों को सुरक्षित जगह पर जाने के लिए माइकिंग की जा रही है। विशेष कर नदी से सटे वार्ड जो नगर पंचायत के वार्ड 1, 2, 7, 11, 12.और 13 के लोगों को विशेष सावधानी बरतने की प्रशासन द्वारा अपील किया जा रहघ है। बता दें कि सुगौली के लाल परसा, धूमनी टोला, कचहरिया टोला इत्यादि कई गांव के समीप नदी का बांध पर दबाव बना हुआ है। यहां बांध पहले से ही क्षतिग्रस्त है।