मोतिहारी।
सुगौली के सिकरहना नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कई जगहों पर पानी का दबाव व कटाव का खतरा मंडराने लगा है। जिससे सिकरहना नदी के समीप अवस्थित लोग डरे सहमें है। प्रखंड के सुकुल पाकड़ के बेलवतियां वार्ड नं 11, 12 और लालपरसा वार्ड नं 5 स्थित सिकरहना नदी के पानी का दबाव दबाव बढ़ गया है। जहां पूर्व में किए गए पाइलिंग क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे कटाव धीरे-धीरे शुरू कर दिया है। बेलवतिया और वार्ड पांच में बिते वर्ष पाइलिंग का काम हुआ था। जिसका बोरा क्षतिग्रस्त हो गया है। अगर तेज बारिश हुई और सिकरहना नदी में ज्यादा पानी आई तो वह बोरा नदी में जा गिरेगा। जिससे कटाव तेजी से बढ़ने लगेगा। अगर समय पूर्व समुचित पाइलिंग नहीं किया तो कई घरों पर खतरा बढ़ जाएगा।
जर्जर बांध की मरम्मती व समुचित कटावरोधी कार्य नहीं होने से नारा बेलवतिया के ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बांध की मरम्मती व कटाव से बचाव के लिए प्रशासन से जल्द मरम्मती की मांग की है। नेपाल में हो रही बारिश और वहीं धीरे-धीरे सिकरहना नदी में बढ़ते जलस्तर से कटाव से कुछ दूरी पर अवस्थित लोग कुछ ज्यादा हीं चिंतित है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग बरसात से पूर्व बांध की मरम्मती क्यों नहीं कराई,आखिर हम गरीबों के साथ सौतेला व्यवहार आखिर क्यों होती है। अगर ससमय बांध की सही से मरम्मती कर दिया गया होता तो आज यह दिन हम सबको देखना नहीं पड़ता। सरकार और प्रशासन की उदासीनता हमलोगों को सोचने पर अत्यंत मजबुर कर दी है। स्थानीय ग्रामीण सुनिल ठाकुर, मनोज सिंह, टेनी मियां, शाहिद अनवर, ताजुद्दीन मियां, नेयाजुल मियां ने कहा कि बरसात आने से पूर्व विभाग या जनप्रतिनिधियों के द्वारा ना हमलोगों की कोई खबर लेने कोई नहीं आता है। वहीं जब बरसात आते हीं विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधी आते है और बांध का निरीक्षण कर आश्वासन देकर और सपने दिखाकर छोड़ कर चले जाते हैं। अब हम सब को किसी पर विश्वास नहीं रहा। वहीं स्थानीय मुखिया अशफाक अहमद ने बताया कि इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारियों को दे दी गई है।
जबकि सुगौली नगर के अमीर खां टोला गोदाम अवस्थित मस्जिद के पास पाइलिंग किए गए क्षतिग्रस्त बोरे को देख ग्रामीणों दिल दहलने लगा है। जहां डर से साये में सिकरहना नदी के तट के किनारे अवस्थित लोग जी रहे है पिछले साल रखे गए बोरे क्षतिग्रस्त होने लगा है। सभी बोरे फटने लगे है। जिससे मस्जिद व दर्जनों घरों पर खतरा मंडराने लगा है। अगर समय पूर्व वहां समुचित कटावरोधी काम नहीं किया जाता है तो नदी की धार मस्जिद सहित कई घरों क़ अपने आगोश में ले लेगी।