मोतिहारी
पूर्वी चंपारण जिले में महिला संवाद कार्यक्रम के आयोजन से महिलाएं न केवल अपने सपनों को आकार दे रही हैं, बल्कि पूर्वी चंपारण जिले के विकास की नयी गाथा भी लिख रही हैं। ‘महिला संवाद’ के जरिये वे अपने अनुभवों और आकांक्षाओं को सरकार के समक्ष रखकर सामाजिक बदलाव की सूत्रधार बन रही हैं। पूर्वी चंपारण जिले के सभी 27 प्रखंडों में आज कुल 56 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने हिस्सा लिया । महिला संवाद के दौरान उन्होंने अपने जीवन में सरकारी योजनाओं से आए सकारात्मक बदलाव साझा किए और पंचायत तथा जिले के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए | आज बिहार की महिलाएं केवल घरेलू जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि वे अब सफल उद्यमी, शिक्षिका, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, और जनप्रतिनिधि बनकर समाज में एक सशक्त पहचान गढ़ रही हैं। यह परिवर्तन बिहार सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं और सतत प्रयासों का परिणाम है।
कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने अपने सपनों और समस्याओं को खुलकर व्यक्त किया। उन्होंने मांग की कि गाँवों में नालियों और सड़कों का उचित विकास हो, सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाए, योग्य लाभार्थियों को विधवा पेंशन एवं दिव्यांगता भत्ते जैसी सुविधाएँ सुलभ कराई जाएँ तथा उचित मूल्य की दुकानें खोली जाएं । महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में चलाए जा रहे कार्यों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आए सकारात्मक बदलावों पर गहन चर्चा करना है। साथ ही, महिलाओं की आकांक्षाओं को योजनाओं और नीतियों में प्रभावी ढंग से शामिल कर राज्य के सर्वांगीण विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है । इस संवाद कार्यक्रम में जीविका स्वयं सहायता समूहों की दीदियों के साथ-साथ अन्य महिलाएं भी बढ़-चढ़कर शामिल हुईं । सबसे खास बात यह रही कि गाँवों की समस्त महिलाओं ने एकजुट होकर अपने समाज और राज्य के उज्जवल भविष्य पर मंथन किया । महिला संवाद से प्राप्त सुझावों और आकांक्षाओं को एक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से संकलित किया जा रहा है, ताकि भविष्य की नीतियों और योजनाओं में महिलाओं की वास्तविक आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी जा सके और पूर्वी चंपारण जिले के सभी पंचायतों को और भी सशक्त और समृद्ध बनाया जा सके । 18 अप्रैल से 18 जून तक होने वाले महिला संवाद कार्यक्रम में अब तक कुल 532 कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके है जिसमे सवा लाख से ज्यादा महिलाएं शामिल हो चूँकि है |
