मोतिहारी।
समाहरणालय मोतिहारी स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सभागार में राजस्व विभाग के पदाधिकारी-भूमि सुधार उप समाहर्ता(डीसीएलआर),अंचल अधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारियो को राजस्व के कार्यों की बेहतर जानकारी के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें बिहार प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत पदाधिकारी श्री राधा मोहन प्रसाद के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल,अपर समाहर्ता श्री मुकेश कुमार सिंहा,उप विकास आयुक्त शंभू शरण पांडे एवं प्रशिक्षणकर्ता श्री राधा मोहन प्रसाद के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग के कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इसमें समय-समय पर सरकार के स्तर से निर्णय लिए जाते रहे हैं, जिसकी समुचित जानकारी क्षेत्र में कार्य करने वाले पदाधिकारी को रहने चाहिए। इसी उद्देश्य से आज के प्रशिक्षण का आयोजन कराया गया है ताकि कहीं कोई भ्रम हो तो स्पष्टता के साथ उसका निदान मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि उपस्थित सभी पदाधिकारी अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त करें और कहीं कोई जिज्ञासा हो तो उस पर खुला विमर्श करें। प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन में संकोच की कहीं कोई गुंजाइश नहीं होती है।
इसके पहले अपर समाहर्ता ने आज के प्रशिक्षण के विषय वस्तु की जानकारी देते हुए सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज के प्रशिक्षण में बी टी एक्ट 1885 से संबंधित राजस्व के विभिन्न विषय, दाखिल खारिज अधिनियम के अंतर्गत जमाबंदी का नया सृजन एवं जमाबंदी पंजी का संधारण, परिमार्जन एवं उससे संबंधित मामले तथा गैर मजरूआ मालिक किस्म की भूमि का बंदोबस्ती एवं जमाबंदी पंजी का अद्यतीकरन जैसे विषयों पर जानकारी दी जाएगी।
आज के प्रशिक्षणकर्ता श्री राधा मोहन प्रसाद के द्वारा उपरोक्त विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई एवं सरकार के निर्णयों के बारे में बताया गया। इस दौरान जो भी प्रश्न आए सभी का जवाब दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पदाधिकारी ने आज के प्रशिक्षण को बहुत ही सार्थक और उपयोगी बताया और कहा कि बहुत से मामले थे जिनका प्रशिक्षण में स्पष्टीकरण हो गया है जिससे क्षेत्र में कार्य करने में दिक्कत नहीं आएगी।
