सड़क पर जलजमाव होने से राहगीरों को होती है परेशानी, हल्की बारिश में भी हो रहा है जलजमाव
मोतिहारी।
सुगौली प्रखंड के भटहां, श्रीपुर होते हुए सुगौली जाने वाली मार्ग के कई जगहों पर गड्ढे व जलजमाव परेशानी का सबब बना हुआ है। इन दिनों राहगीरों को काफी परेशानी झेलना पड़ रहा है। इन मार्ग के भटहां नासी, श्रीपुर के समीप, बढ़ईया टोला आदि जगहों पर थोड़ी सी बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे राहगीरों व बाइक चालकों को भारी तकलीफ होती है। सबसे ज्यादा समस्या
प्रखंड के उतरी श्रीपुर के बढ़ईया टोला के समीप है। जहां इन दिनों स्थानीय ग्रामीणों व राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है। जहां काफी जलजमाव हो गया है। जिससे राहगीरों व स्थानीय ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। यहां जब भी बारिश होती है तो लोग दस – पन्द्रह दिनों तक परेशानी झेलते है। बिते कई दिनों से यह समस्या बनी है। जब पानी हल्का हो रहा तो फिर बारिश होने के बाद अत्याधिक जल का जमाव हो जा रहा है। सड़क पर जलजमाव होने से आवाजाही में परेशानी होती है। जहां से पार करना मुश्किल हो जाता है। पीच रोड के बावजूद भी बीच सड़क में खाल होने के कारण बारिश के बाद जलजमाव हो जाता है। जहां पानी निकासी के साधन नहीं होने से कुछ दिन बाद पानी सुखता है। तब तक राहगीर पानी हेलकर सड़क पार करते हैं। जहां सड़क गड्डे में तब्दील हो गया है। जहां हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जिस गड्ढे को पार करना खतरे से खाली नही है।
उक्त जगह पर गड्ढा हो जाने से बाइक चालकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जहां वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है। तेज रफ्तार से चलने वाले बाइक सवार वहां दुर्घटना के भी शिकार हो जाते है। जहां कई बाइक सवार जख्मी भी हो गए है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब बरसात होती है। जहां जलजमाव होने से राहगीरों को गड्ढे का पता नहीं चलता और सड़क पार करने के दौरान लोग गिर भी जाते है। ऐसे में विभाग की लापरवाही व स्थानीय अधिकारियो की उदासीनता के कारण उक्त गड्ढे का का काम नहीं कराना जानलेवा साबित हो सकता है।
जलजमाव के कारण छात्रों व छोटे छोटे बच्चों को भारी कठिनाई होती है। जिन्हें पानी हेलकर विद्यालय जाना पड़ता है। जिससे वे असहज महसूस करते है। वहीं अधिक दिनों तक जलजमाव रहने से अगल बगल के लोग बदबू का शिकार होना पड़ता है। जिससे उनकी परेशानी और बढ़ जाती है। जलजमाव के समय एक समस्या हमेशा यह भी बनी रहती है कि उक्त जगह को पार करने के दौरान दोनों तरफ से जब राहगीर बाइक से गुजरते है तो कभी कभी पानी का छिंटा भी बाइक चालक पर पड़ जाता है। जिससे दोनों के बीच बोलचाल भी हो जाती है और झंझट की भी नौबत आ जाती है।